अंडरलोड गाडी चलाने से गाडी और ड्राइवर दोनों रहते है सेफ : transporter अमरजीत सिंह

अमरजीत सिंह जी हरियाण में जींद के रहने वाले है। वे ट्रांसपोर्टस लाइन  में बाहर से गाडियों को लेकर गाडियों को बुक करवाने का काम करते है। इनके पास खुद की 12 गाडिया अपनी है और वे 32 गाडियां बाहर से लेकर माल के लिए बुक करवाने का काम करते है। अमरजीत सिंह जी बताते है कि इनका  ट्रांसपोर्टस का काम बहुत  अच्‍छे तरीके से चल रहा है। जब काम की शुरूआत की थी तब भी काम बढिया तरीके से चल रहा था और आज भी काम बढिया चल रहा है। इनका कहना है कि पहले के मुकाबले इस काम में काफी चेंज आ गया है। गाडियों में काफी चेंज आया है।अब ऑनलाइन कागज बन जाते है। अमरजीत सिंह जी का मानना है कि ट्रांसपोर्टस के बिजनेस के ऑनलाइन होने  से थोड़ा फायदा  हो रहा है। ऑनलाइन गाडि़यों को माल ताे मिल रहा है ,लेकिन  ऑनलाइन हम व्‍यपारी को नही जानते है, जिसके कारण ऑनलाइन कंपनियों से माल लेने मे विश्‍वास नही बन पाता है। गाडियों में जीपीएस के लगे होने से ट्रांसपोर्टस लाइन को काफी फायदा हो रहा है। गाडी की लोकेशन का पता चल जाता है, लेकिन  कुछ ड्राइवर लोग जीपीएस के सिस्‍टम को फेल कर देते है ताकि गाडी की लोकेशन को गाडी का मालिक देख न सके। अमरजीत सिंह के विचार से ई  वे बिल के आने से ट्रांसपोर्टस लाइन में फर्जी सिस्‍टम का काम खत्‍म हुआ है ।अब रास्‍ते में होने वाली काफी परेशानियां कम हुई है। बार्डर से बैरियर के उठने से गाडियो की चैकिंग का सिस्‍टम खत्‍म हुआ है। अमरजीत सिंह जी का कहना है कि गाडियों में अंडरलोड सही है अंडरलोड गाडी को चलाने से गाडी और ड्राइवर दोनों की सेफटी बनी रहती है। अमरजीत सिंह जी का मानना है कि गाडियों में ओवरलोड तो बिल्‍कुल भी नही होनी चाहिए। उनका सुझाव है कि सरकार इस बिजनेस को टैक्‍स और इंश्‍योरेंस में छूट दे। इससे ये फायदा होंगा कि ज्‍यादा से ज्‍यादा लोग इस बिजनेस में आएंगे और लोगों को रोजगार मिलेगा।

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