जीएसटी से दो नबंर का काम बंद हो गया है : transporter-shankar-lal-yadav

शंकर लाल यादव जी 10 साल से ट्रांसपोर्टस लाइन में काम कर रहे है। शंकर लाल यादव जी ने बताया कि जब ट्रांसपोर्टस के बिजनेस की शुरूआत की थी तब एक भी ट्रक नही था। शंकर लाला यादव जी ने ट्रांसपोर्टस लाइन में सफल होने के लिए दिन रात खूब मेहनत की। शंकर लाल यादव जी ने बताया कि उन्‍होंने अपने दोस्‍तो के साथ मिलकर 15 ट्रक बनाए उन्‍होंने व उनके दोस्‍तो ने खूब मेहनत की। ट्रांसपोर्टस लाइन में 15 ट्रक उनकी मेहनत का ही नतीजा है। शंकर लाल यादव आज के डिजिटल युग में मोबाइल का प्रयोग करते है जो उनके काम को आगे बढाने में काफी हेल्‍प भी करते है। शंकर लाल यादव जी अपना ट्रांसपोर्टस का बिजनेस ओर बढाने के लिए आनलाइन कंपनी के साथ जुड़ना चाहते है। शंकर लाल यादव जी का कहना है कि जब से जीएसटी लगी है तब से ट्रांसपोर्टस लाइन में काफी तरह के चेंज देखने को मिल रहे है। जीएसटी से दो नबंर का काम बंद हो गया है। अब सारा काम एक नंबर में हो गया है। बिल का काम सारा एक नंबर में हो गया है। शंकर लाल यादव जी ने बताया कि पिछले पांच सालों में ट्रांसपोर्टस लाइन में  बिलो को लेकर ऑनलाइन व्‍यवस्‍था हुई है।उनका मानना है कि अगर डीजल के रेट बढते है तो गाडी के भाडे के रेट भी बढने चाहिए। शंकर लाल यादव जी गाडियों में ओवरलोड के खिलाफ है । वे गाडियों को अंडरलोड चलाने को ही सही मानते है। इससे गाड़ी और ड्रांइवर दोनों सेफ रहते है। शंकर लाल यादव जी ने बताया कि ट्रांसपोर्टस बिजनेस में सबसे ज्‍यादा दिक्‍कत इस बात को लेकर आ रही है कि कंपनियां तो भाडा सही देती है लेकिन बीच में दलाल पैसा खा जाता है। दलाल लोग ट्रांसपोर्टस की कमाई को खत्‍म करने का काम कर रहे है। शंकर लाल यादव जी ने सुझाव दिया कि सरकार टैक्‍स खास तौर से टोल टैक्‍स में ट्रांसपोर्टर्स को रियायत दे।

 

 

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