सरकार ट्रांसपोर्ट लाइन से टैक्‍स कम करें : transporter-ajminder-singh

अजमीन्‍द्र सिंह जी पंजाब के लुधियाना के रहने वाले है।  इन्‍हे ट्रांसपोर्टस का काम करते हुए 22 साल हो गए है। इनका कहना है कि जब इन्‍होंने काम की शुरूआत की थी तब एक ही ट्रक था इनका खुद का, लेकिन इन्‍होंने बडी मेहनत करके एक से तीन ट्रक तैयार किए और अपने बिजनेस को आगे बढाया। इनका कहना है कि इन्‍होंने खुद ड्राइव करके अपना काम चलाया और धीर धीरे एक ट्रक से तीन ट्रक तैयार किए। इनके मुताबिक इस काम में यह देखने को मिला है कि जब काम की शुरूआत की थी तब काम बढिया चल रहा था अब काम काफी कम हो गया है। अब डीजल के रेट मंहगे हो गए है। टैक्‍स के रेट काफी बढ गए है। आरटीओ वाले और पुलिस वाले भी काफी तंग करके रखते है। इनका कहना है कि ट्रासंपोर्टस बिजनेस के आनलाइन होने से फायदा हुआ है। आनलाइन माल मिल रहा है, आनलाइन पेमेंट हो रही है, आनलाइन गाड़ी में तेल डल रहा है, आनलाइन गाड़ी के कागज बन रहे है। जीपीएस से गाड़ी की लोकेशन आसानी से पता चल जाती है। ई वे बिल से समय बच रहा है। अब तो रोज ही कोई न कोई आनलाइन सिस्‍टम शुरू हो रहा है। इस लाइन में पढे लिखे युवाओं के आने से उन्‍हें काफी फायदा होगा क्‍योंकि वे आनलाइन सिस्‍टम को अच्‍छी तरह इस्‍तेमाल कर सकेंगे। वैसे भी युवा पीढी काम को अपने तरीके से करती है। अजमीन्‍द्र सिंह जी का कहना है कि इस लाइन में दिक्‍क्‍त ये है कि ट्रेंड ड्राइवर नहीं मिलते है। अगर ड्राइवर बढिया न हो तो एक्‍सीडें ट का खतरा बना रहता है। इनका सुझाव है कि सरकार ट्रेनिंग इंस्‍टीटयूट खोलें, जहां से युवाओं का ट्रक चलाने की टेनिंग दी जाए ताकि वे ट्रांसपोर्ट लाइन में आ सके। इसके अलावा सरकार को ट्रांसपोर्ट लाइन से टैक्‍स भी कम करने चाहिए।

 

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