ट्रासंपोर्ट लाइन में माल मिलने की समस्‍या : मुस्‍ताक अली

पौंटा साहिब के ट्रांसपोर्टर मुस्‍ताक अली का मानना है कि ट्रांसपोर्टर लाइन में माल मिलने की समस्‍या सबसे बडी है। इस बिजनेस को लेकर उन्‍होंने अपने अनुभव हमारे साथ शेयर किए।

आप कितने साल से टांसपोर्ट व्यवसाय में है ?

दस साल से हूं।

पहले कितने ट्क थे और आज कितने हैं ?

पहले एक था और अब दो हैं।

आप मोबाइल, कंप्यूटर और इंटरनेट का इस्‍तेमाल करते है ?

मोबाइल का ही करता हूं।

क्या आप ऑनलाइन ऐसी सुविधा का उपयोग करना चाहेंगे जिसमे आप अपने खाली ट्रक के लिए माल ढूंढ पाए?

यदि भाडा मिलेगा तो जरूर करेंगे।

इस व्यवसाय में पिछले 10 सालों में कितना बदलाव आया है ?

खर्चेे बढते जा रहे हैं। अब तो दिहाडी निकलनी मुश्किल हो रही है

गुडस टैक्स और रोड टैक्स 10 सालो में कितना बढे और क्या उस अनुपात में आय बढी है ?

अब टैक्‍स डबल हो गए हैं। भाडा नाममात्र ही बढा है।

डीजल के दाम में बार-बार बढोतरी होने पर क्या भाडा भी बढता है ?

नहीं बढता है। भाडा बढना चाहिए।

ओवरलोडिड पर रोक को क्या आप सही मानते है ?

थोडा बहुत ओवरलोड तो ठी क है।

टासंपोर्ट व्यवसाय को किन मुश्किलों का सामना करना पड रहा है ?

भाडा मिलने की बहुत दिक्‍कत है। भाडा भी बहुत कम है।

जीएसटी के बाद ट्रांसपोर्ट लाइन को कुछ फायदा हुआ है ?

हॉ, फायदा हुआ है। अब समय काफी बच जाता है और गाडी भी कम दिनों में पहुंच जाती है।

सरकार से आप क्या चाहते हैं ?

टोल टैक्‍स कम होने चाहिए।

 

 

 

 

 

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